
श्री राम पोटली-Shri Ram Potli
विवरण:
श्रीराम, ब्रह्मा जी के पुत्र दरीची, दरीची के पुत्र महर्षि कूर्म कश्यप के वंश से जो सूर्यवंश हुआ उसी के इक्षवा कुल में श्री राम का जन्म हुआ इन्हें रामचंद्र भी कहते हैंवे भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं। श्रीराम का जन्म वैवस्वत मन्वंतर में 23 वे चतुर्युग के त्रेता में हुआ था ।भगवान श्री राम श्रेष्ठ राजा थे. उन्होंने मर्यादा, करुणा, दया, सत्य, सदाचार और धर्म के मार्ग पर चलते हुए राज किया. इस कारण उन्हें आदर्श पुरुष और मर्यादा पुरुषोत्तम भी कहा जाता है.
जीवन में मेहनत बहुत की फल की प्राप्ति नहीं होती है। हर मनुष्य के भाग्य में रुपया और सुख लिखा होता है आवश्यकता होती है हम सही उपाय करें और आ रही बाधा को दूर करें।भाग्य उदय के लिए कुछ उपाय करने होते हैं जैसा कि मनुष्य की जन्मकुंडली कहती है।आप अपनी जन्म कुंडली के नवग्रहों को अनुकूल करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है आप उपाय करें और उपाय को सिद्ध को करें और समुद्र शास्त्र के अनुसार उन्हें उपायों में से एक है श्री राम पोटली आपके जीवन की उन्नति का द्वार खोलेगी और इसे आप स्वयं स्थापित करने के बाद महसूस करेंगे।
श्री राम पोटली पोटली के लाभ:
- श्री राम पोटली को स्थापित करने से घर या व्यापार में धन की वृद्धि तथा सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता होता है
- कर्ज मुक्ति, रुके धन की वापसी, धन बरकत, धन आवक, सुख समृद्धि में विशेष लाभकारी हैं।
- गृह शांति में मदद करती है
- वास्तु दोषो को प्रभावहीन करने में मददगार है
- इस पोटली को आप अपने घर या ऑफिस में स्थित तिजोरी में स्थापित कर सकते है
- यह आपकी आध्यात्मिक साधना को बढ़ाने और हमारे चारों ओर मौजूद दिव्य ऊर्जाओं से जुड़ने का एक शानदार तरीका है।
प्रिय भक्तों के प्रशंसा पत्र !
स्थापना विधि:-
श्री राम पोटली की स्थापना सुबह पूर्व दिशा में "ॐ राम ॐ राम ॐ राम ह्रीं राम ह्रीं राम श्रीं राम श्रीं राम" मंत्र का जाप करते हुए करनी चाहिए।
पोटली लेने की सम्पूर्ण प्रक्रिया।
01-पोटली का चयन करे।
02-अपनी जानकारी दर्ज करें और भुगतान करें।
03- पोटली दिए गए पते पर 3-4 दिनो मैं डिलीवरी कर दी जाएगी।